इंदौर / 1170 किराना दुकानें बढ़ाईं, दुकानों को डिलीवरी वाहन भी देंगे

डोर टू डोर किराना व्यवस्था की समीक्षा लगातार जारी है। निगम आयुक्त ने सोमवार सुबह नेहरू स्टेडियम में सभी नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि लोगों तक किराना उपलब्ध कराने के लिए एक ही रूट पर तीन किराना दुकानें कर दी गई हैं। इससे किराना दुकानों की संख्या 1400 से ज्यादा हो गई है। इसके साथ ही दुकानदारों को डिलीवरी वाहन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। निगम की गाड़ियों पर नया जिंगल भी शुरू कराया गया है, जिससे लोगों को फ्री वाले राशन और किराना से खरीदने वाले राशन में अंतर स्पष्ट हो जाए। पहले किराना दुकानों की संख्या 230 थी, जबकि रूट 460 हैं। इसे बढ़ाते हुए 540 किया गया और अब 1400 से ज्यादा दुकानदारों को जोड़ लिया गया है। इससे हर रूट पर लगभग तीन दुकानें हो गई हैं। वहां से किराना सामान, आलू प्याज लोगों को घर पहुंचाया जा सकेगा। रविवार तक सवा लाख लोगों तक राशन घर पहुंचाया जा चुका है। ज्यादातर किराना दुकानदारों के पास डिलीवरी वाहन नहीं है। इसे देखते हुए निगमायुक्त आशीष सिंह ने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि काम बंद होने से बहुत से लोडिंग वाहन वाले बेरोजगार हो गए हैं। उन्हें भी रोजगार मिल जाए और किराना दुकानदारों को भी मदद मिल जाए। इसके लिए अब जोनल अधिकारी किराना दुकानदारों को लोडिंग वाहन उपलब्ध कराएंगे। इससे डोर टू डोर डिलीवरी करने में आसानी होगी। 


सभी अधिकारी रखें किराना वालों के फोन नंबर
निगमायुक्त ने कहा कि अब आपको माइक्रो प्लानिंग करना आवश्यक है। जोनल अधिकारी यह ध्यान रखें कि प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा इकट्‌ठा करने वाली गाड़ियां समय पर नोडल अधिकारी के साथ निकलें। नोडल अधिकारी नागरिकों से निर्धारित पर्ची में किराना सामग्री का ऑर्डर प्राप्त करें। जो वार्ड प्रभारी व जोनल अधिकारी हैं, वह यह सुनिश्चित कर लें कि उनके क्षेत्र में उनसे संबंधित जितने भी क्षेत्रीय किराना व्यवसायी हैं, उनके नाम व नंबर अपने पास रखें। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो उनकी मदद करें। यह सुनिश्चित करें कि जिस दिन ऑर्डर दिया जाए उसके एक-दो दिन में उन तक ऑर्डर की किराना सामग्री का सामान अनिवार्य रूप से पहुंच जाए। प्रत्येक वार्ड में एक प्रभारी भी नियुक्त किया गया है। उसका दायित्व होगा कि किराना समय पर पहुंचे। जो सामान खत्म होने वाला हो उसकी सप्लाय प्रभारी अधिकारी के माध्यम से तत्काल करवाई जाए।